सफलता और आनंद का समीकरण अनोखा
पैसा और प्रतिष्ठा से आप खा सकते हैं धोखा
दोनों जो मिल गया तो फिर क्या लक्ष्य रहेगा
खालीपन और उदासी, सदैव है समक्ष रहेगा
तो क्या है फिर आनंद की अनुभूति का रहस्य
वर्तमान के क्षण में छीपा है एक गूढ़ सत्य
जो इस पल में रहेंगे तो, फिर न भूत न भविष्य
और फिर एक हो जाएगा दृष्टिकोण दृष्टा दृश्य
न अलग दिखने की होड़, न प्रमाण की चाहत
उमंग में अनुभव करें वो सत्य शाश्वत
की ईश के हो अंश, सृजन विनाश गर्भ में
खुल के नाचो वर्तमान के आनंद पर्व में….
@gyaananubhav
I am making an attempt to give poetic interpretation to every thought that has touched the great soul.
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2 replies on “The true meaning of success isn’t money plus recognition but ‘now’ plus excitement”
Jeevan na toh atit mein hai aur nahi bahvishya mein . Jo hai vo abhi hai .
“The only tangible thing that we can play along with, is NOW.”
You are loved and missed Bhai.. I hope you can feel that from wherever you are. ❤️💔
Fly..🌪️✨